Taste Of India। Fire Paan । आग वाला पान
Tase Of India! Fire Paan! It is literally playing with fire! Rather chewing with fire! Yes, you can actually chew paan with fire at a paan shop in Delhi!
This shop was started in late 1950s and is famous among public for offering 21 varieties of paan, the fire paan being most sensational of them all, since last five years, when it was introduced. Watch this incredible story of fire paan.
आग वाला पान
मुँह में आग, फिर भी मज़ा! आग से डर नहीं, स्वाद! जी हाँ, ये है आग वाले पान का कमाल! आग वाला पान यानि फ़ायर पान! घबराइए नहीं। ये सौ प्रतिशत सुरक्षित पान है, जिससे न तो आपका मुँह जलेगा और ना ही कोई नुकसान होगा।
दिल्ली के कनॉट प्लेस (राजीव चौक) में ओडियन सिनेमा के ठीक सामने आपको मिलेगी सन् 1950 से चल रही ठाकुर ओडियन मिलन पान शॉप । चॉकलेट पान, स्ट्रॉबेरी पान, घुंडी पान, फ़्रोज़ेन पान, चोको मोको पान सहित कुल 21 तरह के पान यहाँ मिलेंगे आपको। लेकिन इन सबमें सबसे ख़ास है फ़ायर पान!
दिल्ली में आग की लपटों के साथ पान खाने का रिवाज़ पांच साल पहले ठाकुर पान शॉप के मालिक स्वर्गीय इंद्रजीत सिंह ने शुरु किया था। अब उनके पुत्र रोहित ठाकुर ये दुकान चलाते हैं। दरअसल मुँह के छाले को ठीक करने की तरकीब ढूंढने के क्रम में इस पान का इजाद हुआ। इसमें ख़ास तौर पर ब्रास नामक सफेद रंग के पाउडर का इस्तेमाल होता है, जिससे आग लगती है।
ब्रास के पाउडर की महक कपूर (camphor) की तरह होती है। पान के पत्ते में कत्था, चूना, तीन तरह की खुशबूदार चटनी, गुलकंद, अन्य मसाले, बारीक बर्फ के बुरादे के साथ सफेद रंग का ब्रास पाउडर डाला जाता है, फिर लाइटर से उसमें आग लगाई जाती है। इसके बाद आग की लौ जलते ही पान बनाने वाला व्यक्ति पान को बड़े ही करीने से आपके मुंह में डाल देता है। तीस रुपये के इस नायाब पान को खाने के लिए आपको दुकान पर ही आना होगा, क्यों कि यह पैक नहीं किया जा सकता। पान वाले के मुताबिक ये पान मुँह के छाले ठीक कर देता है। यानि स्वाद के साथ-साथ इलाज की संभावना भी! वाह! कमाल है ये फ़ायर पान!